शादी से प्रोमोशन तक

अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी अपनी अर्चना का प्यार ! …

लिव इन कैरोल-4

प्रेषक : मुकेश कुमार कैरोल को चोदते हुए पता लगा रा…

भोपाल में ट्रेनिंग-2

अगले दिन सुबह हम सब भोपाल घूमने गए, शॉपिंग भी की …

दूसरी विदाई

हाय दोस्तो, काम के सिलसिले में मुझे झारखण्ड के एक छ…

मज़बूरी में-1

प्रेषक : राजवीर हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप लोग ! आशा …

रिसेप्शनिस्ट नैना की चुदाई

प्रेषक : रॉकी हेल्लो दोस्तो, मेरा नाम रॉकी है। मैंने…

लिव इन कैरोल-3

प्रेषक : मुकेश कुमार दिन की घटना को सोच कर फिर उत्त…

असीमित सीमा-2

लेखक : जवाहर जैन दोनों के पहुँचने पर श्रद्धा ने सीम…

काम की चाह-3

दूसरे दिन मेरा पूरा बदन दर्द हो रहा था मेरे पूरे ब…

हम भी इन्सान हैं-2

प्रेषक : सिद्धार्थ शर्मा मार्च अप्रैल में हमारे इम्तिहान…