मेरी माँ-बेटी को चोदने की इच्छा-46

अभी तक आपने पढ़ा… मैं उनकी गाण्ड में ही झड़ गया और स…

पड़ोसन भाभी की जवानी की चुदास

मैं हैप्पी सिंह हूँ.. यह मेरी पहली कहानी है। मुझे …

मेरा गुप्त जीवन -39

अगले दिन कम्मो ने बताया कि कल रात मैं कैसे पागल हो…

मेरा गुप्त जीवन -25

निर्मला गैर मर्दों से अपनी चूत चुदाई के किस्से सुनात…

Mere Dost Ki Maa Meena – Part 2

(हम ऐसे ही जमीन पर लेटे रहे और मैं अपना लण्ड आंटी …

कोकशास्त्र की रचना -2

अब तक आपने पढ़ा कि कैसे एक अतिकामुक स्त्री की काम वा…

मेरा गुप्त जीवन- 21

पहले चम्पा और अब फुलवा दोनों ही गर्भवती हो गई तो मु…

धोबी घाट पर माँ और मैं -13

माँ एक बार जरा पीछे घूम जाओ ना!’ ‘ओह, मेरा राजा म…

अठरह वर्ष पूर्व दिए गए वचन का मान रखा-1

लेखिका : नलिनी रविन्द्रन अनुवादक एवं प्रेषिका: तृष्णा…

दोस्ती और प्यार के बीच का अहसास-1

हैलो दोस्तो.. वैसे तो मैं अन्तर्वासना बहुत सालों से …