चुद गई अन्तर्वासना की दीवानी-1
एक बार फिर मैं अपने जीवन की एक और सत्य घटना लेकर आ…
चुद गई ठंडक में
मेरी कहानियों को पढ़ कर एक मोहतरमा ने मुझसे कहा- म…
लाजो का उद्धार-3
एक एक हुक खुलता हुआ ऐसे अलग हो जाता था जैसे बछड़ा …
लाजो का उद्धार-4
मैं जब पहुँचा लाजो वैसे ही खड़ी थी। नंगी पीठ पर लम्…
आह से आहा तक
प्रेषिका : आरती लो मैं भी आ गई अपनी कहानी लेकर, पत…
इरफ़ान के चुटकुले
एक बार इरफ़ान ऐसे ही बेकार सड़क के किनारे जा रहा था…
हुस्ना के बदन का आशिक़-2
प्रेषक : आशिक असलम मैंने उन्हें कहा- मैं आपको चाहने…
गेटपास का रहस्य-3
दीप के जाने के बाद मैंने किताब को एक तरफ रखी और म…
नेहा की चूत रौंदी
अन्तर्वासना के सारे पाठकों को मेरा नमस्कार। यह कहानी…
वर्जिन आर्मी-चोदा-चुदाई
दोस्तो, मैं अपना नाम नहीं बताऊँगा बस इतना कहूँगा क…