मेरा गुप्त जीवन- 22
मैंने अपना पायजामा खोला और खड़े लंड को उसकी चूत पर…
कैसे कन्ट्रोल करूँ-2
कहानी का पिछ्ला भाग: कैसे कन्ट्रोल करूँ-1 अब तो जीज…
जब मैं जिगोलो बना-2
जब मैं जिगोलो बना-1 मैं थोड़ा हैरान था, मैंने कहा…
तेरी याद साथ है-27
ईश्वर ने चुदाई की तड़प हम मर्दों से कहीं ज्यादा औरतों…
मेरा गुप्त जीवन -29
मैं दो औरतों को चोद कर उनके बीच खड़े लंड को लेकर ल…
मेरा गुप्त जीवन- 23
बसंती के जाने का दुःख किसी को नहीं हुआ क्यूंकि वो …
टेंशन दूर हो गया-2
लेखिका : कामिनी सक्सेना “अच्छा, अब तुम जाओ …” मेरा …
मेरा गुप्त जीवन-26
जैसे जैसे मेरे लखनऊ जाने के दिन निकट आ रहे थे मेर…
तेरी याद साथ है-26
तभी मुझे याद आया कि अभी अभी आंटी ने कहा था कि माम…
माँ का यार, मेरा प्यार-2
कहानी का पिछला भाग: माँ का यार, मेरा प्यार-1 एक दि…