बुद्धू धीरे धीरे डालना
दीपेन कुमार अन्तर्वासना पढ़ने वाले सभी मित्रों को नमस्…
तीन पत्ती गुलाब-22
जिन पाठकों को यह कहानी पसंद नहीं आ रही है, जो भद्द…
तीन पत्ती गुलाब-19
“वो … चाय … ठंडी हो जायेगी?” गौरी ने अस्फुट से शब्द…
तीन पत्ती गुलाब-27
आप सभी तो बहुत गुणी और अनुभवी हैं पर एक बात आपको …
तीन पत्ती गुलाब-28
मधुर का जन्मदिन उत्सव और गुलाब की दूसरी पत्ती मेरे प…
तीन पत्ती गुलाब-25
कई बार मुझे संदेह होता है कहीं मधुर जानबूझ कर तो …
तीन पत्ती गुलाब-24
किसी भी कहानी या कथानक को लिखने में लेखक को बहुत …
तीन पत्ती गुलाब-26
गौरी ने शरमाकर अपनी आँखों पर हाथ रख लिए। गौरी की …
तीन पत्ती गुलाब-29
दोस्तो! मुझे लगता है मैं कोई पिछले जन्म की अभिशप्त आ…
तीन पत्ती गुलाब-31
मैं अपनी कामवाली की चूत चोद चुका था और अब उसकी गा…