तीन पत्ती गुलाब-23

मैंने अपनी जेब से वह सोने की अंगूठी निकाली और गौर…

तीन पत्ती गुलाब-24

किसी भी कहानी या कथानक को लिखने में लेखक को बहुत …

तीन पत्ती गुलाब-25

कई बार मुझे संदेह होता है कहीं मधुर जानबूझ कर तो …

तीन पत्ती गुलाब-29

दोस्तो! मुझे लगता है मैं कोई पिछले जन्म की अभिशप्त आ…

तीन पत्ती गुलाब-26

गौरी ने शरमाकर अपनी आँखों पर हाथ रख लिए। गौरी की …

तीन पत्ती गुलाब-34

भाभी ने अपने दोनों हाथ भैया की पीठ पर कस लिए और अ…

तीन पत्ती गुलाब-33

भाभी धीरे-धीरे अपने भारी और मोटे नितम्बों को नीचे …

तीन पत्ती गुलाब-35

अब भाभी बैड पर पेट के बल लेटी गई थी और भैया ने उन…

तीन पत्ती गुलाब-32

गौरी ने जो बताया, वह मैं उसी की जबानी आप सभी को ब…

तीन पत्ती गुलाब-30

गौरी की कसी खूबसूरत गुलाबी गांड मारने के लिए मैं …