पलक की चाहत-6
हम दोनों घाट से उठे, मैंने अपनी चप्पल हाथों में ही…
Dost Ki Nokrani Chhaya Ko Chhoda
Hi friends, mera naam Rajeev he, me delhi ka rehn…
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-8
फिर हम बिस्तर पर लेट गए। बाहर से अभी भी तेज आवाज आ…
मंजरी भाभी
प्रेषक : अर्जुन चौधरी दोस्तो, मैं पिछले एक महीने से …
एक खड़े लंड की करतूत
प्रेम गुरु की कलम से “अच्छा चलो एक बात बताओ जिस मा…
बाथरूम का दर्पण-1
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों एवं पठिकाओं को रोनी का प्…
दो जवान बहनें पिंकी और रिंकी-4
प्रेषक : राजवीर उस रात नवीन ने उसकी बार दो चूत और …
मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-6
मैंने उससे पूछा- मैं कितनी देर तक सोता रहा? तो वो…
बाथरूम का दर्पण-2
मैंने सोचा कि बाथरूम में जाकर दर्पण का मुआयना करूँ…
मेरी बेकाबू बीवी-2
मेरी बीवी चिल्ला कर पैर पटकने लगी पर दोस्त ने कस कर…