बहन का लौड़ा -32

अब तक आपने पढ़ा.. ममता- आह.. आई.. सस्स..र्र राजा एक …

जीजू के साथ एक रसीला खेल

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं रोमा, फिर…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-51

सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. आपी ने मेन गेट के पा…

चूत एक पहेली -1

हैलो दोस्तो.. मैंने सोचा था कि अब ‘बहन का लौड़ा’ कह…

सुधा के साथ वो रात

नमस्ते दोस्तो, अन्तर्वासना पर आती हर एक कहानी मैं हर …

माँ बहन संग चूत चुदाई -8

दीदी भी हम दोनों के सामने बैठ गई। फिर माँ मेरे सु…

मेरा गुप्त जीवन -60

कुछ दिन ऐसे ही बीत गए और हम सिर्फ कम्मो, पारो और मै…

भाभी की चचेरी बहन ग्रुप सेक्स में-3

विकास के दुकान जाने के बाद कल की तरह हम लोग नहाने…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -34

सम्पादक जूजा सुबह जब मेरी आँख खुली और कॉलेज जाने क…

बेटी की सास मुझसे चुदने आई

दोस्तो, वैसे तो मेरी कहानी के शीर्षक ने ही आपको बता…