लड़कपन की यादें-2

रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-53

सम्पादक जूजा कुछ देर आपी की चूत के दाने को चूसने क…

दोस्त को जन्मदिन का तोहफ़ा-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। …

लड़कपन की यादें-2

रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…

सविता भाभी का बकरा-8

सोनम ने मेरी पसंद की मैक्सी पहन रखी थी पीछे से उसक…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-52

सम्पादक जूजा आपी रात को करीब तीन बजे मेरे कमरे में…

हम तो आपका दूध पिएँगे-2

Hum to Aapka Dudh Piyenge-2 मैं उसके मम्मों को मसल…

सविता भाभी का बकरा-6

दस मिनट बाद हमारा हमारा स्टॉप आ गया था। स्टॉप पर उत…

लड़कपन की यादें-1

मैं काफ़ी समय से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अधि…

सविता भाभी का बकरा-10

भाभी और मैं कमरे में आ गए और सोनम दूसरे कमरे में …