ऐसा क्यूँ होता है?
यह आपबीती मेरे एक सीनियर की है जिनका नाम अजय जायस…
असीं रहगे आँ !
बन्ता यात्रा पर जा रहा था। रास्ते में रात हो गई तो उ…
पूजा के साथ वो चौबीस घंटे-2
प्रेषक : आदित्य कुछ देर रुकने के बाद मैंने फिर धीरे…
लाल रंग का घेरा 40pm
एक आदमी के लिंग के चारों तरफ एक लाल रंग का घेरा ब…
Ye Kya Ho Gaya – Part I
Kafi sochne ke baad mai apne life ki sabse person…
लड़कियों की मारता हूँ
यह कहानी केवल मनोरंजन के लिए है जिनका वास्तविक जीव…
भईया भाभी का साथ -1
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! आप सबने …
मुल्ला जी
मुल्ला जी बाजार गए और दुकानदार से बोले- मुझे बेगम …
Ye Kya Ho Gaya – Part II
Next subah jab uthi to wo sab sapna lag raha tha …
निगोड़ी जवानी-6
शाम को मैं फिर घर पहुँची। राकेश आये तो उन्होंने रा…