सुनहरे पल

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा गोवा में लड़कियाँ जल्दी जवा…

रात कटती नहीं

प्रेषिका : रीता शर्मा मैं अपनी चालीस की उम्र पार कर …

पड़ोस की विधवा भाभी

प्रेषक : जीत शर्मा मेरा नाम जीत है। मैं बहुत समय से…

लकी प्रोजेक्ट गाइड-3

प्रेषक : बिग डिक “लकी प्रोजेक्ट गाइड-२” में आपने पढ़ा…

भाभी पर चांस मारा

मेरा नाम विवेक वर्मा है, मैं दिल्ली से हूँ. मैंने अ…

कलयुग की लैला-1

अंधेरे में एक साया एक घर के पास रुका और सावधानी स…

आखिर मैंने भी चोद दिया

हाय ! अन्तर्वासना के पाठकों को पुलकित झा का सादर नम…

मदनराग रंग लायो..

तन के मिलन की चाह बडी नैसर्गिक है। सुन्दर स्त्री की द…

अधखिला पुष्प

मेरी शादी हुये लगभग चार साल हो चुके थे। कुछ अभागी…

अमरूद के बाग़ में गांड मरवाई

कैसे बन गया मैं चुदक्कड़ गांडू और मेरी बाकी कहानियो…