गैस चूल्हे ठीक करने वाले से गांड मरवाई

लेखक : सनी सबसे पहले गुरु जी को प्रणाम ! मुझे अब क…

कॉलेज़ की हवा लग गई

मैं कॉलेज गर्ल प्रिया आप सब लोगों को नमस्कार करती हू…

कैसी कटी रात?

प्रेषक : वसीम मैं भी अन्तर्वासना के लाखों चाहने वालो…

सौ सुनार की एक लोहार की

प्रेषक : पुरुषोत्तम शास्त्री मेरा नाम पुरुषोत्तम शास्त्र…

कामिनी की बाहों में-2

लेखिका: अलीशा अपनी पिछली कहानी में मैंने आपको बता…

वफ़ा या हवस-1

हाय दोस्तो, इससे पहले भी कई कहानियाँ लिखी हैं, लेक…

कोई बचा ले मुझे-2

कोई बचा ले मुझे-1 विपिन घायल हो कर मेरे ऊपर चढ़ा ज…

मर्द तलाशती फ़िरती हूँ

हाय, मैं हूँ महक! क्या मैं आपको याद हूँ? मैं वही ल…

मिल-बाँट कर..-1

हाय ! हम झंडाराम और ठंडाराम दोनों सगे भाई हैं। हम…

वफ़ा या हवस-2

शैलीन की आवाज़ से अचानक मेरा ध्यान भंग हुआ। मुझे दे…