चाँदनी रात में चूत विहार

मेरे एक दोस्त की कहानी उसी की जुबानी: यह कहानी मेर…

फाड़ दो इस निगोड़ी चूत को

लवर बॉय हैलो दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना …

मेरा गुप्त जीवन- 183

जब मौसी पलंग से उठ कर मुझसे दूर भागने लगी कि अब औ…

मैं भी उसकी बाहों में सिमट गई

मेरा नाम रीना (बदला हुआ) है। मैं एक खुशहाल शादीशु…

मेरी चालू बीवी-95

सम्पादक – इमरान मेरे से भी रुकना अब बहुत मुश्किल था…

Chachi Ko Blackmail Karke Choda

Dosto ye kahani meri aur meri chachi ki hai mera …

दिल्ली की यादें

रवि नमस्कार दोस्तो, माफ़ी चाहता हूँ कि मैं अन्तर्वासना…

बहू-ससुर की मौजाँ ही मौजाँ-3

प्रेषिका : कौसर सम्पादक : जूजाजी मैं नहा-धो कर जल्दी…

बहू-ससुर की मौजाँ ही मौजाँ-5

प्रेषिका : कौसर सम्पादक : जूजाजी उनके झटके बढ़ते गए …

मेरी चालू बीवी-98

सम्पादक – इमरान मेहता अंकल- अरे बेटा… जब तेरी चूत …