जिस्मानी रिश्तों की चाह-65
अब तक आपने पढ़ा.. आपी ने रात को दो लण्ड लेने की इच्छ…
मुंह बोला भाई- बहनचोद
कुमार रवि मेरा कोई सगा भाई नहीं है इसलिए जब भी रा…
कमाल की हसीना हूँ मैं-40
मैं मानती हूँ कि कुछ देर पहले मैं इन हब्शियों के भ…
दीक्षा
इस कहानी को लिखने के लिये मुझे प्रेरित किया अन्तर्वा…
नया मेहमान-3
मैं घर चला आया, मेरा दूसरा कदम भी कामयाब रहा। घर …
नैन्सी का सेक्सी चीत्कार
हैलो दोस्तो, मेरा नाम नैन्सी है। अभी कुछ दिनों पहले…
कमाल की हसीना हूँ मैं-41
जब भी दर्दनाक लहर मेरे जिस्म में फूटती तो साथ ही मस्…
कमाल की हसीना हूँ मैं-45
हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल…
कमाल की हसीना हूँ मैं-38
मैंने साँस ली ही थी कि एक बार फिर मुझे उसकी मुठ्ठि…
कमाल की हसीना हूँ मैं-43
उसका लौड़ा तो इतना लंबा-चौड़ा था ही बल्कि वो खुद भी …