ऋतू की सहेली
प्रेषक : सचिन कुमार प्यारे दोस्तो ! मेरी पिछली कहानी…
तरक्की का सफ़र-15
राज अग्रवाल प्रीती की बात सुनकर मुझे उस पर नाज़ हो ग…
जंगल में मंगल
नमस्ते दोस्तो! मेरा नाम कृष्णा है, मैं आपसे अपना पहल…
तरक्की का सफ़र-8
“मेरा प्लैन है कि एम-डी महेश की बेटी मीना को उसकी …
तरक्की का सफ़र-11
राज अग्रवाल एक दिन ऑफिस में शाम को जब काम खतम हो ग…
पहली बार ममेरी बहन के साथ
हाय ! मेरा नाम राज़ सोलंकी है। मैं आज आपको अपनी पह…
सर्दी में पार्टी
प्रेषिका : नितिका सिंह दोस्तो ! मैं अन्तर्वासना की पि…
तरक्की का सफ़र-10
रजनी अपनी योजना बताने लगी, “राज! तुम्हें मेरी और म…
मजा या सजा
लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : जो हन्टर मैं उस सम…
तरक्की का सफ़र-13
राज अग्रवाल कमरे में घुसते ही राम ने कहा, “सिमरन य…