मुझे दीदी ना कहो-2

लेखिका : कामिनी सक्सेना उसने अपनी बाहें मेरी कमर म…

कानून के रखवाले-4

प्रेषक : जोर्डन सोनिया का घर: सोनिया के माँ-बाप, भा…

मुझे रण्डी बनना है-4

मैं तो उसके मुंह से ऐसी रंडी वाली भाषा सुनकर दंग …

कानून के रखवाले-6

अजीत ने फट से पीछे से आकर सोनिया की स्कर्ट नीचे खीं…

मजा कहाँ है?-2

प्रेषक : हैरी बवेजा उसने मेरी कमर पर अपनी टाँग रख …

मुझे रण्डी बनना है-1

बीते दिनों की बात है, मैं हमेशा की तरह ट्रेन में स…

पिंकी और सोनिया के बाद-1

गुरुजी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने पहले पिंकी …

ट्रेन का स्टाफ और मैं अकेली

हेल्लो दोस्तो, मेरी पिछली कहानी में आपने मेरे पति क…

चुद ही गई पड़ोस वाली भाभी

दोस्तो, आप का हैरी फिर हाजिर है अपनी सच्ची कहानी ले…