किरायेदार-8

आधे घंटे में हम घर पहुँच गए। भाभी हम दोनों को देख…

मेरी मुनिया उसका पप्पू-2

लेखक : जीत शर्मा वो अचानक बेड से उठा और कमरे से बा…

छुपाए नहीं छुपते-2

प्रेषक : कुमार बोसोन उसने मेरा लिंग अपने हाथों में…

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-24

मुझे अपनी चूत की चिन्ता नहीं थी क्योंकि मुझे अपनी च…

छुपाए नहीं छुपते-1

मेरे और सुगंधा के बीच प्रथम संभोग के बाद अगले दिन …

पड़ोसन दीदी-2

वो जिस्म की आग से तप रही थी। उसने मुझे अपनी ओर खीं…

मेरे पड़ोसी की बीवी और साली-2

मेरी अंगुली बुर में घुस कर आगे पीछे हो रही थी और …

गर्लफ़्रेंड ने तुड़वा दी कमसिन नौकरानी की सील-6

अब तक आपने पढ़ा.. मेरा दोस्त संजय आने वाला था और उस…

छप्पर फाड़ कर-1

सुगंधा को वापस उसके छात्रावास छोड़ने के बाद मैं सभी…

अंगूर का दाना-3

प्रेम गुरु की कलम से उस रात मुझे और अंगूर को नींद …