मेरा गुप्त जीवन- 175
मौसी ने सब लड़कियों को अपने अपने कमरों में जाने के…
मेरी चालू बीवी-95
सम्पादक – इमरान मेरे से भी रुकना अब बहुत मुश्किल था…
दिल्ली की यादें
रवि नमस्कार दोस्तो, माफ़ी चाहता हूँ कि मैं अन्तर्वासना…
बहू-ससुर की मौजाँ ही मौजाँ-3
प्रेषिका : कौसर सम्पादक : जूजाजी मैं नहा-धो कर जल्दी…
बहू-ससुर की मौजाँ ही मौजाँ-5
प्रेषिका : कौसर सम्पादक : जूजाजी उनके झटके बढ़ते गए …
भाई के लण्ड से चुद कर जीने की आजादी पाई-2
अब तक आपने पढ़ा.. मेरी पेंटी पर भय्या के वीर्य का चि…
मेरी चालू बीवी-98
सम्पादक – इमरान मेहता अंकल- अरे बेटा… जब तेरी चूत …
अंतहीन प्यास-2
आपकी सारिका कंवल मैंने कहा- फिर भी आपको तो सोचना …
तुमने मेरी इज्ज़त देख ली
जिम मौरीसन यह कहानी मेरी पहली कहानी है और सच्ची है…
पति ने मुझसे पत्नी चुदवाई
आलोक अन्तर्वासना के सभी पाठकों को आलोक का नमस्कार एव…