तीन पत्ती गुलाब-31
मैं अपनी कामवाली की चूत चोद चुका था और अब उसकी गा…
गांड में लंड लेने की लत लग गई
अन्तर्वासना पढ़ने वाले प्रिय पाठक व पाठिकाओं की गांड,…
कामिनी की प्यास-2
दोस्तो मैं अपनी कहानी “कामिनी की प्यास” का अगला पार्…
शहर में जिस्म की आग बुझाई- 2
मेरे पति का बॉस मेरे पति की अनुपस्थिति में मेरे घर…
तीन पत्ती गुलाब-29
दोस्तो! मुझे लगता है मैं कोई पिछले जन्म की अभिशप्त आ…
Drishyam, ek chudai ki kahani-22
कुछ देर बाद सिम्मी ने एक छोटा सा तौलिया लिया और अप…
दो बहनों के साथ थ्रीसम चोदन-1
नमस्कार दोस्तो, मैं चंडीगढ़ से राकेश एक बार फिर अपनी…
Punjaban jattiyan husan di patiya-17
Rekha pani pi ke vps aa gyi te ik glass pani da b…
शहर में जिस्म की आग बुझाई- 4
मेरे जिस्म की आग मेरे पति के बॉस ने मेरी जोरदार चु…
तीन पत्ती गुलाब-26
गौरी ने शरमाकर अपनी आँखों पर हाथ रख लिए। गौरी की …