अक्तूबर 2015 की लोकप्रिय कहानियाँ

प्रिय अन्तर्वासना पाठको अक्तूबर महीने में प्रकाशित कहा…

बेवफ़ा शौहर दगाबाज सहेली-2

मैंने एक बार सोचा कि क्यों ना इससे अपनी प्यास बुझा …

कुँवारी रीना की चूत मालिश-2

वह मुझसे बोली- सिड.. मेरे पति मेरी ज़रूरतें पूरी क…

मेरी असली चूत चुदाई वाली सुहागरात

यह कहानी मेरी सहेली की है.. उसी की जुबान में सुनि…

मेरा गुप्त जीवन-92

गर्म वीर्य वहाँ पड़ते ही मैडम ने अपनी दोनों टांगें उ…

भाभी की सहेली की मालिश और चुदाई -2

अब तक आपने पढ़ा.. अब मैंने भाभी के गले पर अपना हों…

लण्ड न माने रीत -6

अब तक आपने पढ़ा.. मैंने आरती को उसकी सील तोड़ने तक …

ऐसी मौसी सब को मिले-4

‘बिल्कुल नंगे होकर खाना खाएं?’ ‘क्या, पागल हो क्या?’…

तन की जरूरत रिश्तों से बड़ी होती है-3

सुबह के 6 बज चुके थे, मुझे लगा कि भाभी जागने वाली…

मेरी दूर के रिश्ते की चुदक्कड़ बुआ-2

‘तो तुम कॉल-गर्ल हो? मैंने पूछा। ‘सिर्फ़ पार्ट-टाइम औ…