बदतमीज़ की बदतमीज़ी : हरिगीतिका छन्द में
फैली सुहानी चाँदनी हर, वृक्ष के पत्ते हिलें। सूखे प…
करन की सीमा
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम करन है। मैंने अन्तर्वासना पर…
शालिनी ने जो चाहा वो पाया-1
दरअसल अन्तर्वासना की वजह से सेक्स, उत्तेजना और कामुकत…
सपनों से हकीकत का सफर
नमस्कार मित्रो, लम्बे अंतराल के बाद मैं फिर आप सभी क…
आज कुछ तूफानी करते हैं !
श्रेया आहूजा का आप सभी को सलाम ! यह आपबीती है मेरे…
दिल का क्या कुसूर-9
मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण …
ज्योमेट्री के साथ सेक्स
सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम सचिन…
शालिनी ने जो चाहा वो पाया-3
शालिनी के अभी तक के दोनों सेक्स अनुभव बाथरूम में ह…
ऐसा भी होता है क्या?
दोस्तों, मेरी कहानी सम्भोग : एक अद्भुत अनुभूति पर आप…
Dekha Apne Mummy Papa Ka Honeymoon
Mai vishesh aaj kafi dino baad aaj ye soch ke haz…