जिस्मानी रिश्तों की चाह -13

सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. अगले दिन सुबह नाश्ते …

लड़कपन की यादें-2

रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…

सविता भाभी का बकरा-7

भाभी की आहों ने मुझे पूरा उत्तेजित कर दिया था, मैं…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -15

सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. मेरी दास्ताँ आगे बढ़ र…

सन्जू की उमा चाची

वह अभी तक ना सिर्फ़ अपने बदन से नादान दिखता था बल्कि…

लड़कपन की यादें-2

रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…

मौसी की चूत में गोता -5

अब तक आपने पढ़ा था.. मैंने मौसी के टाँगें उठवा कर …

मौसेरी बहन की चूचियों का दूध और चूत का पानी-2

कहानी का पहला भाग: मौसेरी बहन की चूचियों का दूध औ…

लड़कपन की यादें-1

मैं काफ़ी समय से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अधि…