बॉस्केटबॉल मैम की चूत

प्रेषक : संजीव शर्मा मैं संजीव, 18 साल, 5’9″, लण्ड 6…

दिल का क्‍या कुसूर-5

आखिर इंतजार की घड़ी समाप्‍त हुई और बुधवार भी आ ही ग…

दिल का क्‍या कुसूर-6

अरूण मेरे बिल्‍कुल नजदीक आ गये। मेरी सांस धौंकनी क…

दोस्त की चालू गर्लफ्रेंड की चुदाई

वैसे तो मैं बिहार का रहने वाला हूँ पर चार साल से …

दिल का क्‍या कुसूर-7

उन्‍होंने अपने हाथ से मेरी ठोड़ी को पकड़ कर ऊपर किया…

शालिनी ने जो चाहा वो पाया-2

नहाते समय उसने जो कुछ देखा, महसूस किया और उसके बा…

सोनल मैडम और उसकी सहेली रश्मि-2

रश्मि मुझे रोकते हुए- अरे मेरे राजा ऐसे नहीं, पहले…

दिल का क्‍या कुसूर-3

दोनों लड़कियाँ आपस में एक दूसरे से अपनी योनि रगड़ र…

बदतमीज़ की बदतमीज़ी : हरिगीतिका छन्द में

फैली सुहानी चाँदनी हर, वृक्ष के पत्ते हिलें। सूखे प…

करन की सीमा

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम करन है। मैंने अन्तर्वासना पर…