होस्टल का डर

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी जब मैंने एम ए करने के ल…

प्रगति का अतीत- 3

मास्टरजी के घर से चोरों की तरह निकल कर घर जाते समय…

सोफे पर साली को चोदा

दोस्तो, मैंने आपको बताया था कि मेरी शादी के बाद अप…

कच्ची उम्र की गोरी

हाय दोस्तो, मैं अन्तरवासना का नियमित पाढ़क हूँ और मै…

अलका भाभी को माँ बनाया

प्रेषक : हेलो दोस्तो, आपने मेरी पिछली कई चुदाई की…

बात एक रात की

बनारस में कहावत है कि किसी जवान लड़की की गाण्ड देख …

झगड़ा क्यों करती हो?

प्रिय पाठको ! संजय शर्मा का एक बार फिर से नमस्कार ! …

अहमदाबादी कॉल बॉय

प्रेषक : उमेश सबसे पहले तो मैं गुरूजी का आभार व्यक्…

मुंडा पहाड़ दा- फुद्दी पाड़दा

प्रेषक : एन्ड्रयू बीन मेरी तरफ से सब चुदाई करवाने वा…

बहकता हुस्न

विजय पण्डित अहमदाबाद एक बहुत बड़ा शहर है, साबरमती क…