बदले की आग-8

कुसुम रोते हुए बोली- मुन्नी मेरी अच्छी सहेली है। कल…

तू तो कुछ कर-2

प्रेषक : राजा गर्ग प्रिय पाठको, मैंने अपनी पहली कहान…

बदले की आग-9

कुसुम रो पड़ी। गीता ने आगे बढ़कर उसके आंसू पौंछे और…

गलती किसकी-7

मेरी बेटी को भाई का लंड ही चाहिए था, वो उससे प्यार…

मधु और भंवरा

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं और मधु बचपन में घर-घर, …

गलती किसकी-6

बेटे की पत्नी बनने के बाद वो मेरे साथ ही रहने लगा …

बदले की आग-2

गीता ने मेरी लुंगी की गाँठ खोल दी और मेरा लण्ड हाथ…

राजगढ़ में फ़ुफ़ेरे भाई ने मुझे सड़क पर चोदा

जुलाई का महीना था… उस दिन बारिश हो रही थी। बहुत इ…

जन्नत की सैर

प्रेषक : सलीम हेल्लो मेरा नाम सलीम है। मेरी उमर २५ …

माँ का सफर-2

(गाँव से दिल्ली) प्रेषक : मादरचोद दूसरे दिन दोनों म…