मेरा गुप्त जीवन-63

शाम को मम्मी का फ़ोन आया कि दूर के रिश्ते में पापा क…

मदहोशी भरे वो पल-1

Madhoshi Bhare Vo Pal-1 अन्तर्वासना के सभी पाठको को…

तोड़ा तृप्ति की सील को

प्रेषक : डी के डॉन तृप्ति रविवार को मेरे ऑफिस में आ…

मेरा गुप्त जीवन-64

जब मैं कॉलेज से वापस आया तो कम्मो मुझको बैठक में म…

हाय दैया, इत्ता बड़ा !

आपने मेरी कहानियों को इतने चाव से पढ़ा और सराहा और…

मेरा गुप्त जीवन- 10

चाय का खाली कप ले जाते हुए भी वो मुड़ कर मेरे लंड …

मदहोशी भरे वो पल-2

Madhoshi Bhare Vo Pal-2 मेरा लण्ड एकदम तम्बू की तरह…

मेरा गुप्त जीवन- 12

जब उसकी आँख खुली तो मैं उसको बड़े प्यार से धीरे धीर…

मेरा गुप्त जीवन- 13

चम्पा के साथ गुज़ारी गई कई रातों की कहानी सिर्फ इतनी…

मौसी के साथ मस्ती की

हाय! अंतरवासना के प्यारे दोस्तो मैं सर्मिला हीरो पटन…