चिरयौवना साली-22
लेखिका : कमला भट्टी मैं पहुँची तो वे सड़क पर लेफ्ट-र…
जवानी फिर ना आये
जवानी की मस्ती मैं जी भर के लूटना चाहती हूं, लगता …
तीन पत्ती गुलाब-11
आज भी मैं थोड़ा जल्दी उठ गया था। मधुर ने बेडरूम में…
चिरयौवना साली-24
लेखिका : कमला भट्टी कम्बल में घुसते ही जीजाजी ने बा…
तीन पत्ती गुलाब-10
सुबह के लगभग 8 बजे हैं। रात को थोड़ी बारिश हुई थी …
तीन पत्ती गुलाब-12
“जिन खूबसूरत लड़कियों की ठोड़ी या होंठों के ऊपर तिल…
तीन पत्ती गुलाब-18
आइए अब योनि दर्शन और चूषण सोपान शुरू करते हैं… लोग…
तीन पत्ती गुलाब-13
मेरे प्यारे पाठको और पाठिकाओ! एक शेर मुलाहिजा फरमा…
तीन पत्ती गुलाब-21
अगले दिन सुबह जब मधुर स्कूल चली गई तो गौरी नाज-ओ-अ…
तीन पत्ती गुलाब-15
रात्रि भोजन (डिनर) निपटाने के बाद मधुर ने मेरी ओर …