रैगिंग ने रंडी बना दिया-108

हैलो दोस्तो, अब कई सारे राज खुल गए हैं, हाँ कुछ दोस्तो को गोपाल का सुमन से कनेक्शन जानना है, तो आपको वो भी बहुत जल्दी पता चल जाएगा, फिलहाल जहाँ रुके थे वहीं से आप आगे देखो.

सुमन पे इस हादसे का बुरा असर पड़ा वो एकदम टूट गई. ऐसा समझो वो खुद को गुनहगार मानने लगी. उसको लगा कि शायद अपनी माँ के सुहाग के साथ ऐसा करने से भगवान नाराज़ हो गए, तभी उसकी माँ को उठा लिया. अब उसने गुलशन जी को कुछ भी करने से साफ मना कर दिया. उधर गुलशन जी भी मायूस थे. हाँ इन दिनों वो अनिता के पास कई बार गए, तब अनिता ने उनको संजय के बारे में बताया कि वही उसका बॉयफ्रेंड है और अब वो सुमन को रंडी बना कर बदला लेना चाहता है. तब गुलशन जी ने अनिता को बता दिया कि अभी वक़्त सही नहीं है.. उसको बाद में देख लेंगे.

संजय तो टूटे पैर के साथ घर में पड़ा था मगर पूजा के साथ उसकी चुदाई बराबर चल रही थी. इस वक्त पूजा उसके लंड पर कूद कर अपनी चुत की प्यास बुझा लेती थी.

ऐसे ही एक महीना गुजर गया अब कहानी को उसके अंजाम तक पहुँचाने का टाइम आ गया है तो चलो विस्तार से आपको बताती हूँ कि क्या हुआ आगे.

सुबह के 8 बजे गुलशन जी सुमन के कमरे में गए, वो सोई हुई थी. गुलशन- सुमन उठो बेटा बहुत देर हो गई. अब तो तुम्हारे कॉलेज की छुट्टियां भी खत्म हो गईं, फिर भी आज तुम नहीं गईं. सुमन- उउउ सोने दो ना पापा.. मेरा मन नहीं था इसलिए नहीं गई. गुलशन- सुमन ऐसे कैसे चलेगा बेटा.. अब तेरी माँ तो है नहीं, जो तुझे सब रेडी मिल जाएगा. अब जो भी करना है तुम्हें ही करना है. हम दोनों का ख्याल तुम्हें ही रखना है बेटा.. उठो.

सुमन उठी उसने नाश्ता बनाया और दोनों बाप बेटी ने साथ में खाया. उसके बाद उनकी बातें शुरू हो गईं.

गुलशन- सुमन कितने दिन हो गए अब तो मान जाओ बेटा.. जो हुआ उसमें तुम्हारी कोई ग़लती नहीं, वो भगवान की मर्ज़ी थी कि आगे का जीवन मैं तुम्हारे साथ बिताऊं. सुमन- प्लीज़ पापा चुप रहो.. अभी माँ को एक महीना भी नहीं हुआ और आप ऐसी बातें कर रहे हो. गुलशन- मानता हूँ इस टाइम तुम्हें मेरी बातें अच्छी नहीं लगेंगी. मगर हमारी भी जरूरत हैं.. अब मरने वाले के साथ खुद मरा तो नहीं जाता ना.. खाना भी तो खा रहे हैं, तो उसमें क्या दिक्कत है? सुमन- अगर आपको इतनी ही जरूरत पड़ रही है तो आज फ्लॉरा को बुला लेती हूँ और अगर उससे भी मन ना भरे तो आप दूसरी शादी कर लो, मुझे कोई प्राब्लम नहीं.. मगर प्लीज़ मैं अब कुछ नहीं करूँगी.

माँ की मौत का सुमन पर बहुत गहरा असर हुआ था. गुलशन जी ने उसको बहुत मनाने की कोशिश की मगर वो नहीं मानी.

दोस्तो, यहाँ कुछ नहीं है, चलो कहीं और घूम कर आते हैं.

कॉलेज में संजय अपने दोस्तो के साथ बैठ बातें कर रहा था, तभी टीना पीछे से वहां पहुँच गई और उनमें से किसी ने उसको नहीं देखा वो बस अपनी बातों में लगे हुए थे.

विक्की- यार संजय, तेरे एक्सीडेंट के चक्कर में चुत देखे हुए बहुत दिन हो गए. अब और कितना इन्तजार करना पड़ेगा, वो साली सुमन दिन पर दिन क़यामत बनती जा रही है. अजय- हाँ यार, उसकी गांड भी बाहर निकल रही है, कहीं ऐसा ना हो कोई और उसको ठोक कर निकल जाए और हम लंड मलते रह जाए. संजय- अबे चुप साले.. इतनी किसकी मजाल है जो उसको चोद सके. उस साली को मैं रंडी बना कर रखूँगा. उसके बाद उसे एक एक करके पूरे शहर से चुदवाऊंगा. वीरू- यार तू अपना बदला बाद में लेते रहना, पहले हमको मज़ा करवा देना बस..

साहिल- यार संजय, ये बदले वाली बात टीना को पता लगेगी तो क्या होगा? संजय- उस रंडी से मुझे कैसा डर? वो तो हमारे लंड के लिए बनी है.. उसकी मुझे टेंशन नहीं है, बस टेंशन तो उस हरामी गुलशन की हैं.. कहीं वो सुमन पे हाथ साफ ना कर दे. विक्की- क्या बोल रहे हो यार? ऐसा हो सकता है क्या.. और उसने सुमन को चोद दिया तो हमें क्या मिलेगा? संजय- अरे वो कमीना कुछ भी कर सकता है.. जब उस भैन के लंड ने अनिता को नहीं बख्शा.. जबकि वो भी तो उसकी बेटी थी, तो सुमन के साथ क्या नया करेगा, वैसे वो कर भी ले तो कोई दिक्कत नहीं.. मैं तो चाहता यही हूँ इससे तो सुमन और बड़ी रंडी बनेगी.

इन सबकी बातें सुनकर टीना के पैरों तले ज़मीन निकल गई, भले ही वो खुले ख्यालों वाली लड़की थी मगर ऐसे किसी की लाइफ बर्बाद करना उसके बस की बात नहीं थी. वो वहां से वापस चली गई.

टीना जब घर गई तो परेशान थी, उसको देख कर मॉंटी उसके पास आ गया. मॉंटी- क्या हुआ दीदी आप परेशान लग रही हो.. कुछ हेल्प करूं आपकी? टीना- हाँ अपना जूता ला और तू मेरे मुँह पर मार. मॉंटी- अरे, ये आप क्या बोल रही हो दीदी, मैं भला आपको क्यों मारूँगा?

टीना बहुत उदास थी उसको बस सुमन याद आ रही थी. अंजाने में उसने उसके साथ बहुत ग़लत किया था.

टीना- नहीं मॉंटी तू जा लेकर आ.. मैंने काम ही ऐसे किए हैं ऊउउ ऊउउ मेरी वजह से सुमन की लाइफ बर्बाद हो गई ऊउउ. मॉंटी- दीदी आप रो मत प्लीज़.. क्या हुआ बताओ तो मुझे.. और सुमन दीदी को क्या हुआ? टीना- नहीं मॉंटी, भगवान करे कि ऐसा कुछ ना हुआ हो.. तू रुक मैं अभी आती हूँ.

टीना को अचानक कुछ याद आया वो झट से उठी और सुमन के घर की तरफ चल दी. टीना वहां पहुँचे, तब तक एक और घटना पर नज़र डाल लेते हैं.

पूजा की अचानक तबीयत खराब हो गई उसको चक्कर आ गया. वो गिर गई तो उसके मॉम डैड उसको हॉस्पिटल लेकर गए. हाँ संजय की मॉम भी उस वक़्त वही थीं, तो वो भी उनके साथ चली गईं. पूजा के चेकअप के बाद डॉक्टर ने कहा कि ये माँ बनने वाली है. अब ये बात सुनकर उसके मॉम डैड का क्या हाल हुआ होगा आप खुद सोच सकते हो.

वहां तो वो चुप रहे मगर घर आकर उन्होंने पूजा के साथ सख्ती से पूछताछ की तब पूजा ने डर के मारे सब कुछ बता दिया, जिसे सुनकर उसके पापा इतने गुस्सा हुए कि आपको इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होगा.

उन्होंने संजय को बुलाया और बुरी तरह से पीटने लगे. उन्हें बड़ा अफ़सोस हो रहा था उस पर की, कैसे उसने अपनी भानजी को अपनी हवस का शिकार बनाया.

उधर हॉस्पिटल के डॉक्टर ने पुलिस कम्प्लेंट कर दी कि किसी लड़की के साथ कुछ ग़लत हुआ है तो थोड़ी देर में वहां पुलिस भी पहुँच गई और संजय के पापा ने खुद उसको पुलिस के हवाले कर दिया.

दोस्तो, आप सोच रहे होंगे कि ये सब कैसे हो गया. संजय ने तो पूजा को गोली दी थी, मगर आप शायद भूल रहे हो. ये टेबलेट रेग्यूलर लेनी होती है और पूजा तो नादान थी, उसको ये सब कहाँ याद रहता. बस भूल का नतीजा सामने आ गया. वैसे संजय जैसे लड़के के साथ ऐसा ही होना चाहिए, जो नादान लड़की और खास कर फैमिली मेंबर्स के साथ ऐसा घिनौना काम करता है.

संजय तो जेल जाएगा ही. अब टीना वहां पहुँच कर क्या धमाका करेगी, वो भी देख लेते हैं.

टीना सीधे सुमन के पास गई और संजय की सारी बातें उसको बता दीं. सुमन- दीदी, ये आप क्या बोल रही हो? मैंने संजय का क्या बिगाड़ा जो वो मेरे साथ ऐसा कर रहा है और मेरे पापा की और कौन बेटी है? नहीं नहीं, ये ग़लत है! टीना- ये तो अंकल ही बता सकते हैं मगर भगवान का लाख लाख शुक्र है कि वक़्त रहते मैंने उनकी बातें सुन लीं, नहीं तो वो तुम्हें रंडी बना देते.

सुमन- नहीं दीदी, बहुत देर कर दी आपने, जो वो चाहता था वो तो हो गया है, मैं कब की रंडी बन चुकी हूँ. टीना- ये तू क्या कह रही है.. कैसे कब? पूरी बात बता यार.. मेरा दिल बैठा जा रहा है. सुमन- दीदी मैंने आपसे बहुत कुछ छिपाया है. आपके आइडियाज मैंने कब के पूरे कर दिए.. मैं रंडी बन गई दीदी. टीना- सुमन प्लीज़ मुझे बता क्या हुआ है.. तुम ऐसे क्यों बोल रही हो?

सुमन ने शुरू से आख़िर तक की सारी बात टीना को बता दी, जिसे सुनकर उसके होश उड़ गए.

टीना- ओ माय गॉड.. इतना सब हो गया और मुझे भनक भी नहीं लगी.. मगर तू डर मत.. ये बात संजय को नहीं पता है, ना वो तुम्हें बदनाम नहीं करेगा, तुम तुम रंडी नहीं बनोगी.. मैं मैं.. ऐसा कुछ नहीं होने दूँगी. सुमन- नहीं दीदी, जिस बेटी ने कुंवारी चूत पापा से चुदवा ली.. अब उसमें बचा ही क्या है? शायद कोई रंडी भी इतना घटिया काम ना करे. टीना- सॉरी यार सुमन, मुझे नहीं पता था उनका ये प्लान है. मैं तो समझी बस एक रैंगिंग जैसा कुछ है. सुमन- दीदी, आप खुद देख लो आपकी रैंगिंग ने आख़िर मुझे रंडी बना ही दिया.. और तो और मैंने इस घटिया खेल में फ्लॉरा को भी शामिल कर लिया छी.. छी.. मुझे अपने आप से घिन आने लगी है.

दोस्तो, टीना जब यहाँ आई थी जस्ट उसी समय फ्लॉरा भी उसके पीछे पीछे यहाँ आ गई थी.. मगर वो टीना की बातें सुनकर बाहर ही रुक गई थी.

टीना- उस कमीने संजय को तो सबक सिखाना ही पड़ेगा. फ्लॉरा- उसकी जरूरत नहीं पड़ेगी टीना, उसको ऑलरेडी सबक मिल गया है. टीना- टीटी तुम कब आई फ्लॉरा.. और कैसा सबक मिल गया उसको? फ्लॉरा- मुझे कुछ देर पहले पता चला संजय के बारे में.. तो मैं जल्दी से तुमसे मिलने तुम्हारे घर गई मगर वहां पता लगा कि तुम यहाँ आई हो तो मैं यहाँ आ गई और तुम दोनों की बातें सुनकर बाहर ही रुक गई. मगर जब सुमन ने मेरा नाम लिया, तो मुझसे रहा नहीं गया और मैं अन्दर आ गई. टीना- वो सब ठीक है.. तुम संजय के बारे में क्या बात कर रही थीं?

फ्लॉरा ने संजय की करतूत के बारे में उनको बताया तो दोनों हैरान हो गईं.

टीना- तुझे ये सब कैसे पता लगा? फ्लॉरा- अरे, वो इंस्पेक्टर अंकल मेरे पापा के बहुत करीबी दोस्त हैं, वो हमारे घर आए थे, तो पापा को उन्होंने बताया और मैंने सुन लिया. वैसे पहले मुझे शक था कि शायद किसी और की बात होगी मगर जब हमारे कॉलेज का नाम सामने आया और हाँ इस केस के अलावा उस पर पहले से ही 2 केस हैं… किसी कॉलेज गर्ल को शराब पिला कर उसके साथ चोदन करने का मामला भी है. टीना- ओह माय गॉड व्व..वो शिल्पा और मेघा का मामला होगा शायद उसमें तो मैंने भी संजय की हेल्प की थी मगर वो पुरानी बात है. फ्लॉरा- हाँ पुरानी बात है मगर केस आज सुबह ही उसके खिलाफ दर्ज हुआ उन लड़कियों ने बताया कि कोई बहुत बड़े आदमी को जबरन चोदन केस में पुलिस ने पकड़ा तो उनकी हिम्मत जागी कि उनको भी इंसाफ़ मिल जाएगा. बस उन्होंने पुलिस को आकर सब बता दिया. उसके सभी दोस्तों को भी अरेस्ट कर लिया है.

टीना- यार पुलिस मुझे भी ढूंढ रही होगी.. मैं भी इस पाप में शामिल थी. फ्लॉरा- नहीं, ऐसा कुछ नहीं है तुम्हारे बारे में कोई जिक्र नहीं हुआ.. तुम डरो मत. टीना- थैंक्स यार उन दोनों ने मेरा जिक्र नहीं किया वरना मैं भी फंस जाती. सुमन- दीदी, आपने कैसे उनकी लाइफ बर्बाद कर दी और आज मेरी बारी आई तो आपकी अंतरात्मा जाग गई ऐसे कैसे? टीना- नहीं सुमन, उस टाइम मैंने बस उन लड़कियों को संजय के करीब किया था.. बाकी ये जबरन चोदन वाली बात मुझे आज तक पता नहीं थी. मेरे हिसाब से उनकी मर्ज़ी से हुआ था.

फ्लॉरा- ये सब जाने दो अब आगे क्या करना है? हमारे घर वालों तक ये बात नहीं जानी चाहिए कि संजय हमारा दोस्त था.. नहीं तो बड़ी गड़बड़ होगी. टीना- घर वालों की बात जाने दो, पुलिस तक गई तो वो पूछेगी और बार बार बुलाएगी.

इनकी बातें चल रही थीं, तभी वहां गुलशन जी आ गए और तीनों को देखकर खुश हो गए. गुलशन- क्या बात है आज सारी सहेलियां एक साथ बैठी हैं.. क्या बातें हो रही हैं? सुमन- आपकी ही बातें हो रही थीं. आप भी आ जाओ और मुझे बताओ ये अनिता कौन है?

अनिता का नाम सुनकर गुलशन जी की हवा टाइट हो गई, वो इधर उधर देखने लगे.

सुमन- ऐसे चुप होने से आपके गुनाह छुप नहीं जाएँगे.. पापा बोलो, नहीं तो मैं आज कुछ कर बैठूंगी. गुलशन- सीसी कौन अनिता.. मैं किसी अनिता को नहीं जानता आ..और तुम्हें ये सब बातें किसने बताई हैं?

लो दोस्तो हो गया बंटाधार.. अब गुलशन जी क्या करेंगे.. ये अगले पार्ट में पता लगेगा.

मेरी इस दिलचस्प सेक्स स्टोरी पर आपके कमेन्ट आते रहने चाहिए. [email protected] कहानी जारी है.