तीन बुड्डों ने मेरी चूत की सील तोड़ी-8

Teen Buddon Ne Meri Seal Todi-8

अब मैं किसी रंडी या छिनाल से भी बुरी हालत में थी…

तभी दादा जी मुझे लण्ड चाटते और इस तरह चूसते देख कर बोले- निकी तू तो गई आज.. कितनी चुदासी है रे.. बहुत हॉट.. सेक्सी माल है तू साली.. बनती कितनी शरीफ थी.. आज तू अपने असली रंग में है.. ये है तेरी सच्चाई.. तू तो निकी छिनाल से भी ज़्यादा चुदासी है.. पर प्रोमिस है.. हम तुझे चोदेंगे नहीं… हमारा काम पूरा हुआ…

दादा जी ने दूसरे अंकल और जॉन्सन अंकल को कहा- चलो.. अब छोड़ो इसे जाने दो.. चलो यहाँ से…

ऐसा सुनते ही मुझे ऐसा लगा कि जैसे मेरा सब कुछ छिनने वाला हो और मैं एकदम से ‘शॉक्ड’ हो गई.. मेरे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था।

तो मुझे जो भी होता गया.. बिना सोचे बोलने लगी और अपनी चुदाई करवाने को भी तैयार हो उठी…

वो तीनों उठे और कपड़े पहनने के लिए जाने लगे.. तभी मैं भी बिस्तर से उठ कर खड़ी हुई और जाकर दादा जी से लिपट गई।

तीन बुड्डों ने मेरी चूत की सील तोड़ी-7

वो तीनों और मैं सब पूरे नंगे थे.. दादा जी का लण्ड मेरी चूत में टच होने लगा।

तो मैं खड़े-खड़े ही उसे पकड़ कर अपनी चूत में फिट करने लगी और बोली- दादा जी.. नाटक मत करो.. देखो इसको.. ये कैसे घुसना चाहता है मेरी चूत में.. घुसा दो यार.. डार्लिंग दादा जी कम ऑन.. नहीं जाओ.. मैं मर जाऊँगी।

और मैं अपनी चूत में उनके लौड़े को दबाने लगी। मेरे मम्मे दादाजी की छाती से लगे हुए थे।

तभी दादा जी ने कहा- ऐसे नहीं.. हमने प्रोमिस किया था.. कि चोदेंगे नहीं.. तो नहीं चोदेंगे…

अब मैं गिड़गिड़ा उठी.. बोली- आप जो बोलिए.. मैं करने को तैयार हूँ.. जीवन भर वही करूँगी.. और आपकी हर बात मानूँगी.. जो आप लोग कहेंगे.. पर प्लीज़ अब अपना लण्ड घुसाओ दादा जी…

मैं उनका लण्ड जोर से पकड़ कर दबाने लगी। तो दादाजी बोले- बहुत सारी बातें हैं.. अगर प्रोमिस करो और कभी बदलोगी नहीं.. तो ही हम तीनों तुमको चोद सकते हैं…

मैंने बिना सोचे-समझे प्रोमिस कर दिया।

‘जो आप बोलोगे.. वही करूँगी.. चाहे कुछ भी हो जाए…’

तो दादा जी बोले- ओके… पर पहले जान लो.. करना क्या-क्या है।

मैंने कहा- मुझे बिना सुने ही सब मंजूर है.. फिर भी बोल दो…

तो दादा जी ने कहा- हम इस सबकी अभी मोबाइल से रिकॉर्डिंग कर लेंगे ताकि बाद में बदलो नहीं.. पहली बात तो यह कि हम तीनों के कई दोस्त हैं.. जिन्हें तुम बहुत पसंद हो और वो तुम्हारे साथ सोना चाहते हैं। कई बार एक साथ ही 5-7 लोग हो सकते हैं…

मैंने कहा- ये तो मेरा पहले से ही ड्रीम था.. नो प्राब्लम…

‘दूसरा तुम्हें घर में.. बाहर में.. सबसे कहना पड़ेगा कि तुम हम तीनों की रखैल हो…’

मैंने नशीली आवाज में कहा- प्लीज़ घर छोड़ दो.. नहीं तो मुझे घर से निकाल देंगे.. बाकी सबसे कह दूँगी.. कि मैं आप तीनों की रखैल हूँ.. ओके.. अब आओ ना जॉन्सन अंकल.. कम ऑन.. देखो मेरी चूत को क्यूँ तड़पा रहे हो यार.. डाल दो जल्दी से…

दूसरे अंकल बोले- अभी हम एक लंड तेरी गाण्ड में.. एक चूत में और एक मुँह में डालेंगे…

मैंने कहा- और बुला लो अपने दोस्तों को.. जहां-जहां डाल सको.. डालो और चुदाई करो…

अंकल बोले- बहुत चिल्लाओगी.. दर्द बहुत होगा और कॉन्डोम भी नहीं है.. तो गर्भ निरोधक गोली खा लेना…

मैंने कहा- दर्द और बाकी सबकी चिंता मत करो बस.. फक मी हार्ड्ली.. मर भी गई.. तो शिकायत नहीं करूँगी.. पर असली मर्द हो तो आज मेरी चूत.. गाण्ड.. सब फाड़ कर दिखाओ.. नहीं तो तुम तीनों हिजड़े हो…

उन तीनों को मेरी बात का बहुत बुरा लगा और बोले- अगर आज तुझे रंडी साली.. छिनाल नहीं बनाया और तेरी गाण्ड और चूत नहीं फाड़ दी.. तो असली मर्द नहीं और तुझे कभी मुँह नहीं दिखाएँगे…

तभी मेरा हाथ पकड़ कर जॉन्सन अंकल बोले- चल साली कुतिया.. अब चुदवा.. और देख चुदाई…

तभी मैंने भी उनके कान में बोला- मेरी कसी चूत में आप ही अपना लण्ड डालना.. मैं आपसे ही अपनी सील तुड़वाना चाहती हूँ.. आपका लौड़ा बहुत मस्त है अंकल…

इतना सुनते ही वो मुस्करा दिए और बोले- मैं ही निकी की चूत का बाजा बजाऊँगा… कम ऑन फ्रेंड्स.. आप दोनों गाण्ड और मुँह में अपना हथियार डाल दो…

अब वे अपने मोबाइल को सैट करके मेरी चुदाई की रिकार्डिंग करने के लिए रखने लगे।

दूसरे अंकल बोले- मैं तो इसकी गाण्ड का दीवाना हूँ.. मुझे उसमें ही लौड़ा डाल देने दो… और मुझसे बोले- चल.. अब चुदाने को तैयार हो जा.. अपनी बात से मत मुकरना.. आज तुझे हम छिनाल बना कर ही छोड़ेंगे निकी.. आज तू रंडी बनेगी साली…

मैं बोली- हाँ.. रोज ऐसे ही करना मेरे साथ.. जैसा आज कर रहे हो.. मुझे अपनी रंडी बना लो.. जल्दी चोद दे साले…

तभी अंकल.. दूसरे वाले अंकल से बोले- पहले इसको लाइन से लण्ड चुसवाते हैं.. बहुत मज़ा आएगा…

मैं बोली- वाउ.. चलो जल्दी से तीनों अपने अपने हाथ में लेकर लाइन से खड़े हो जाओ

वे तीनों अपने हलब्बी लौड़े हाथों में लेकर बिस्तर पर ही उकडूँ बैठ गए और मैं भी उनके सामने बिस्तर पर उनके तीनों के सामने बैठ गई। उनके लण्ड फनफना रहे थे.. बहुत बड़े-बड़े लौड़े थे।

दादा जी ने अपना लण्ड मेरे मुँह में ठूंस दिया.. और बोले- चूस निकी ले…

तभी जॉन्सन अंकल ने मेरे दोनों मम्मों के बीच में अपना लण्ड फंसा कर वहीं मेरे मम्मों को चोदने लगे।

बाप रे बाप उनका लण्ड कितना मस्त था.. मेरे गरम मम्मों में जैसे ही उनका लण्ड फँस कर सरकता.. वे उसे ऊपर-नीचे करते.. मैं चुदास में आकर बिल्कुल पागल हो जाती।

इतने में तीनों अब बारी-बारी से मेरे मुँह में लण्ड घुसा दे रहे थे और मुझसे बोलते- चूस निकी.. चाट साली…

और मैं उन तीनों का लण्ड बारी-बारी से पूरा मुँह में लेकर अन्दर-बाहर करती।

जॉन्सन अंकल का तो लौड़ा तो मेरे मुँह में घुस ही नहीं रहा था.. तब भी वे उसे मेरी जीभ से चटवा रहे थे।

इतने में मैंने बोला- ओह्ह.. बहुत चूस लिया.. अब चलो चोदो मुझे.. नहीं तो मैं मर ही जाऊँगी.. अहह…

तभी मेरी टांग पकड़ कर जॉन्सन अंकल ने मुझे लिटा दिया और मुझे करवट लेकर लेटने को कहा…

अब उन्होंने मेरी चूत में अपना हाथ एक रख कर जैसे ही छुआ.. वे बोले- कितनी गरम चूत है निकी.. भट्टी जैसे तप रही है.. साली छिनाल.. अहह तुझे क्या लगता है.. क्या होगा.. तू तो बहुत चुदासी है निकी.. ओह्ह…

उन्होंने यह सब कहते हुए अपनी एक ऊँगली मेरी चूत में घुसा दी।

मैं “उहह” कर उठी और बोली- साले लण्ड डालो.. अंकल.. भोसड़ी वाले.. उईईईई जल्दी डालो.. बर्दास्त नहीं हो रहा…

‘तेरी चूत बहुत टाइट है.. बहुत दर्द होगा.. सह लेगी निकी..?’

मैं बोली- मैं मर भी जाऊँ न.. या कितना भी चिल्लाती रहूँ.. तुम आज रुकना मत.. आज तो बस फाड़ दो.. बहुत चुदवाने का मन है.. सच कहूँ तो लण्ड के लिए तरस गई हूँ.. आज पहली बार मुझे खुद चुदवाना है।

‘ओके..’ अंकल बोले।

इतने में जॉन्सन अंकल ने दादा जी से कहा- आप तो गाण्ड में डालोगे न.. या चूत में?

दादा जी बोले- तुम तो जानते ही हो.. तो मुझे इसकी उठी हुई गाण्ड बहुत मस्त लगती है.. मैं तो बस उसे ही चोदूँगा।

‘ठीक है.. तो आप इसकी गाण्ड में अपना लौड़ा फिट करो…’

दूसरे अंकल को बोले- आप इसके मुँह में लण्ड लेकर चले जाओ.. ताकि यह चीख ना पाए.. जरा जमके मुँह में चोदना…

तभी दादा जी ने मेरी गाण्ड में थूक लगा कर अपने लण्ड में भी थूक लगाया और बोले- हाँ निकी.. अब चुदवाने को तैयार हो जा…

जैसे ही मेरी गाण्ड में दादा जी का लण्ड टच हुआ.. मुझे लगा जैसे मैं जाने कहाँ हूँ.. जैसे हवा में उड़ रही हूँ.. मेरी गाण्ड में बहुत गुदगुदी सी लगी।

उन्होंने मुझे पीछे से पकड़ कर मेरे मम्मों को भी ज़ोर से दबा दिया।

मैंने कहा- डालो डार्लिंग.. अब पूरा घुसा दो…

दादा जी बोले- बस ये लोग भी तेरी चूत और मुँह में लण्ड फँसा दें.. फिर एक साथ ही सारे लौड़े डालेंगे अन्दर.. तू पहले कितनी बार चुदवा चुकी है निकी.. अब भी समय है सच बता दे…

‘दादा जी आपके लण्ड की कसम.. आज तक में एक बार भी नहीं चुदी हूँ.. ना मैंने आज तक ऐसे लण्ड देखे हैं न छुए हैं.. हाँ.. एक बार एक मेरे मामा ने सोते में मेरे मम्मों को दबा कर मेरी सलवार के ऊपर से ही अपना लण्ड रगड़ा था। मैं तो उस दिन भी चाहती थी वो सब करें.. मुझे चोद डालें.. पर वो गांडू मामा ऊपर ही से कपड़ों में अपना रस गिरा कर चला गया था.. मैंने आँख तक नहीं खोली थी। वो सोचते थे कि मैं जगी ही नहीं.. मुझे कुछ नहीं पता चला… बस उसके अलावा आज तक लण्ड को नहीं जानती हूँ.. ये पहली बार है.. अभी जब घुसेगा तो देख लेना.. आप मर्दों को वैसे ही पता चल जाता है।

मेरा आपसे निवेदन है कि मेरी कहानी के विषय में जो भी आपके सुविचार हों सिर्फ उन्हीं को लिखिएगा। मेरी सील टूटने की कहानी जारी है।