चूत रेशू के चोदू चाचा -2

मैंने सोचा अगर चाचा जी का वीर्य इतना मस्त है तो चाचा जी का लंड भी बड़ा मस्त होगा और चाचा जी भी मुझे चोदना चाहते हैं तो क्यों ना उनके साथ चुदाई करके खूब आनन्द ले लिया जाए।

बस अब एक इशारा बाकी था.. जो मुझे चाचा को देना था.. फिर मैं अपनी ब्रा को धोकर बाथरूम के बाहर आ गई।

सीढ़ियों के पास चाचा खड़े मोबाइल पर किसी के साथ बात कर रहे थे.. और मैं उनके पास से गुजर रही थी।

जब मैं गुजर रही थी तो मैंने चाचा को तिरछी नज़रों से देखा और ब्रा की तरफ इशारा करके मुस्करा दी। चाचा फोन पर बात करते हुए मुस्कुराए और शर्मा कर कहीं और देखने लगे।

मैं वहाँ से चली गई.. जाते हुए जब मैंने पीछे पलट कर देखा तो चाचा जी मेरे हिलते हुए चूतड़ों को देखते हुए अपने लौड़े पर हाथ फेर रहे थे। मैं समझ गई थी कि चाचा का लंड बहुत ही प्यासा है।

रात को महिला संगीत था और हम सब खाना खाने के बाद तैयार हो गए।

मैंने लहंगा और चोली डाली.. जो काफ़ी मॉर्डन लुक में थी.. मैंने लहंगा कमर से काफ़ी नीचे बांधा हुआ था और चोली बहुत ही छोटी थी.. सिर्फ़ मम्मे ही छुपे थे.. बाकी सब नंगा दिख रहा था। मैंने हल्का हल्का मेकअप किया और बालों को खुला छोड़ दिया।

जब मैंने शीशे में अपने आप को देखा तो मैं सविता भाभी जितनी सेक्सी लग रही थी।

फिर हम सब हवेली के आँगन में इकठ्ठे हुए और डान्स करने लगे। मैंने देखा कि चाचा वहीं खड़े होकर मुझे देख रहे हैं फिर डीजे वाले ने ‘जलेबी बाईं गाना चला दिया और मैंने चाचा की तरफ सेक्सी नज़र से देखा और अपनी कमर और गाण्ड को गोल-गोल घुमा कर नाचना शुरू किया.. जैसा मल्लिका सेहरावत ने इस गाना में किया था।

चाचा मुस्कुराने लगे.. फिर मैंने चाचा की लड़की से.. जो मेरे साथ डान्स कर रही थी, कहा- चाचा जी डान्स नहीं करते क्या??

उसने कहा- करते हैं रॉक्सी.. मैं अभी उन्हें लेकर आई..

वो चाचा के पास गई और डान्स करने के लिए कहा.. पहले चाचा ने ना किया लेकिन दुबारा कहने पर वो मान गए और डान्स करने लगे।

जब चाचा डान्स करने लगे.. तब बच्चे.. बूढ़े.. जवान.. सारे डान्स करने लगे.. जिससे काफ़ी भीड़ हो गई। चाचा डान्स करते हुए मेरे पास आ गए। हम दोनों एक-दूसरे के सामने डान्स करने लगे। अचानक ज़्यादा भीड़ के कारण मुझे पीछे से धक्का लगा और मैं चाचा से लिपट गई और चाचा का हाथ मेरी गाण्ड पर चला गया।

ये सब सिर्फ़ 2 सेकेंड में हुआ और किसी को कुछ पता ही नहीं चला क्योंकि सब डान्स कर रहे थे और मैं झट से चाचा से दूर हुई और डान्स फ्लोर से बाहर आकर खड़ी हो गई।

चाचा भी मेरे साथ आकर खड़े हो गए और बोले- रॉक्सी.. तुम डान्स तो कमाल का करती हो.. किसी से ट्रेनिंग ली है या अपने आप सीखा है?

मैं बोली- जी.. सब कुछ अपने आप सीखा है..

चाचा जी- गुड.. मुझे भी सीखना है सिख़ाओगी??

मैं- क्यों नहीं चाचा जी.. कौन सा डान्स सीखना है आपको?

चाचा जी मेरी तरफ आँख मारते हुए बोले- वही अप-डाउन और आगे-पीछे वाला डान्स..

मैं शर्मा गई और बोली- वो डान्स सबके सामने नहीं होता..

चाचा मेरे करीब आए और मेरे कान में बोले- हवेली का सबसे पीछे वाला कमरा खाली है.. मैं वहाँ तुम्हारा इन्तजार कर रहा हूँ..

वे चले गए.. मैं मन ही मन में बहुत खुश हो गई कि आज मेरी चूत में लंड जाने वाला है।

फिर मैं 10 मिनट बाद सबसे नजरें चुरा कर हवेली के सबसे पीछे वाले कमरे में चली गई। उस कमरे में कोई नहीं आता-जाता था.. क्योंकि वो हवेली के दूसरी तरफ बना था।

मैं हवेली के पीछे गई.. वहाँ चाचा उस कमरे के बाहर खड़े थे और मैं कमरे के अन्दर चली गई। चाचा ने इधर-उधर देख कर कमरे को अन्दर से बंद कर दिया।

मैंने चाचा से पूछा- आप क्या चाहते हो?

चाचा ने जवाब दिया- मैं तुम्हें करीब से देखना चाहता हूँ।

मैं कुछ जबाव देती.. उससे पहले उन्होंने अपना हाथ मेरी चोली में डाल दिया।

चोली में हाथ डालते ही उन्होंने मेरे मम्मे दबाने शुरू किए और मेरे चूचुकों को मींजने लगे।

मैंने कहा- आप ये क्या कर रहे हैं?

उन्होंने कहा- अब रहने दो रॉक्सी.. मुझे पता है कि तुम क्या चाहती हो..

उन्होंने अपना पायजामा सरका दिया और मेरे हाथ में अपना लंड दे दिया।

उनका लंड काफ़ी मोटा था और 8” लंबा था उस तने हुए लंड को देख कर मुझसे नहीं रहा गया.. मैंने अपने चाचा जी के लंड को सहलाना शुरू किया और कहा- आपको करीब से देखना है.. तो देख लीजिए.. पर मुझे बदले में मुझे भी कुछ चाहिए..

मैं उठ कर खड़ी हो गई और अपना लहंगा और चोली उतार दिया।

मेरे चाचा जी ने दोनों हाथ से मेरे मम्मों को दबाया और पागलों के जैसे चूसने लगे। फिर एक हाथ से मेरी पैन्टी को उतारा और मेरी चूत पर ले जाकर उसमें दो ऊँगलियाँ डाल दीं। मेरी चूत गीली हो उठी थी।

फिर चाचा जी बोले- ओहो रेशू.. तू तो बहुत गरम हो गई है।

मैंने कहा- मैं तो तब से गरम हूँ.. जब से आपने अपना माल मेरी ब्रा और पैन्टी में चोदा था।

चाचा ने कहा- क्या करूँ जानेमन.. तेरे जिस्म की खूशबू ने मुझे प्यासा कर दिया था..

उन्होंने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और अपने कपड़े उतार दिए, फिर मुझे अपने ऊपर आने का इशारा किया। अब हम दोनों 69 अवस्था में थे उन्होंने मेरी चूत चाटना शुरू किया और एक ऊँगली को मेरी गाण्ड में डाल दिया। लगता है चाचा को गाण्ड मारना काफ़ी अच्छा लगता है।

मैंने उनका 8″ लंबा लंड चूसने लगी.. लंड चूसते हुए मैं मस्ती में ‘उम्म्मह.. आ..हहहम’ कर रही थी।

इतने में उन्होंने मुझे उठाया और कहा- चल कुतिया बन जा.. हम ‘डॉगी-स्टाइल’ में करते हैं।

मैं जैसे ही कुतिया बनी.. उन्होंने एक ही झटके में मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मेरा पूरा जिस्म हिल गया.. 8 इंच का लंड मेरी चूत में था। मैंने आज तक इतना लंबा लंड नहीं लिया था। फिर चाचा ने दोनों हाथ से मेरे मम्मे पकड़ लिए और झटके देने शुरू कर दिए। पहले 2-3 धीमे झटकों के बाद उन्होंने ज़ोर-ज़ोर से चोदना शुरू किया, मेरे मुँह से सिसकारियों की बारिश हो रही थी।

मैं चुदते हुए कह रही थी- आहह चाचा.. रहम मत खाओ मेरी चूत पर.. फाड़ दो मेरी चूत..

फिर उन्होंने मुझे 25 मिनट तक वैसे ही चोदा.. मैं तो दो बार झड़ गई थी, फिर चाचा अपना लंड निकाल लिया और कहा- झुको..

मैं समझ गई कि वो क्या करना चाहते हैं। उन्होंने मेरी कमर कस कर पकड़ी और और अपना मोटा लंड मेरी गाण्ड पर रख कर थोड़ा थूक लगाया और धक्का मारा। उन्होंने एक ही धक्के में अपना 8” लंबा लंड मेरी गाण्ड में पेल दिया था।

मेरी चीख निकल गई.. उन्होंने एक हाथ से मेरा मुँह पकड़ लिया और दूसरे से मेरे दूध भींच लिए और कहा- साली कुतिया की बच्ची.. आज तुझे ऐसी जन्नत मिलेगी.. जो किसी ने कभी नहीं दी होगी।

मैंने कहा- हाँ.. बहनचोद चोदो मुझे.. चोद-चोद कर रंडी बना दो मुझे… एम्म.. अहह.. हन..

उसने अगले 15 मिनट तक मेरी गाण्ड मारी.. फिर लंड निकाल कर मुझे पकड़ा दिया, मेरा सिर पकड़ कर अपने लंड के पास लाए.. मैंने उनका लंड अपने हाथ में लेकर मुँह में डाल लिया।

उनका लंड बहुत गरम हो गया था और मैं कुतिया की तरह चाचा का लंड चाट रही थी और चूस रही थी। करीब 5 मिनट तक लंड चाटने के बाद चाचा का गरम-गरम वीर्य निकला.. जिसे मैंने पानी की तरह पी लिया और उनके लंड को चाट कर साफ़ किया।

मैं चाचा से बोली- चाचा प्लीज़ मुझे अपनी रंडी बना लो.. मैं तुम्हारी रखैल बनना चाहती हूँ और तुमसे जम कर अपनी चूत चुदवाना चाहती हूँ.. आई लव यू चाचा..

चाचा ने हँसते हुए कहा- साली आ गई ना औकात पर.. चल अब दुबारा मेरा लंड खड़ा कर.. और उसके ऊपर अपनी चूत को रख कर नाच.. बड़ा शौक है ना तुझे नाचने का.. चल नाच छिनाल की चोदी..।

मैंने फिर चाचा का लंड अपने हाथ में ले लिया और अपनी जीभ से चाटने लगी और लंड खड़ा कर दिया। फिर मैंने चाचा को लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़ कर अपनी चूत में लंड लेकर कूदने लगी और अपनी चूत मरवाने लगी।

चाचा बोले- रेशू नम्बर वन की रंडी है तू.. आह.. मज़ा आ गया.. आज से मैं तुझे अपनी रंडी और रखैल बनाता हूँ..

धकापेल चुदाई के बाद हम दुबारा महिला संगीत में शामिल हो गए। शादी से पहले जितने भी दिन हम लोग चाचा के घर रहे.. चाचा ने रोज मुझे चोदा और खूब मजे दिए।

मित्रों कैसी लगी मेरी चुदाई.. आप अपने ईमेल जरूर कीजिएगा।