भाई बहन के साथ मिलकर चूत चुदाई-2

मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि हमारे भाई साहिल ने मुझे और मेरी छोटी बहन को चोदा। इस चुदाई में मैं तीन बार झड़ चुकी थी और आयेशा की तो चूत बुरी तरह से सूज गई थी।

अब हम तीनों को बहुत थकान महसूस होने लगी। हम आधे घंटे तक वहीं बेड पर पड़े रहे और एक दूसरे को देखते रहे। थोड़ी देर बाद मैं सो गई।

हम तीनों नंगे ही सो गए थे, साहिल आयेशा और मेरे बीच में सो रहा था और मेरी गाण्ड साहिल की तरफ थी।

लेकिन अचानक रात को मैंने एक आवाज सुनी जैसे कोई चुदाई कर रहा हो। मुझे समझते देर नहीं लगी कि यह आयेशा और साहिल ही होंगे।

मैंने पीछे मुड़कर देखा तो आयेशा साहिल के लंड पर उछल उछल कर चुदाई करवा रही थी। मैंने दोनों से कहा- यार, इतनी भी क्या हवस है जो फिर से शुरू हो गए?

इस पर आयेशा बोली- तुझे सोना है तो सो जा… मैं तो आज सारी रात चुदूँगी।

फिर वो तेज तेज साहिल के लंड पर ऊपर नीचे होने लगी, थोड़ी देर में वो झड़ गई। उसकी चुदाई देखकर मेरा भी चुदने का मन होने लगा।

साहिल भी अभी तक नहीं झड़ा था तो उसने मुझे उठाकर अपने लंड पर बिठा लिया और नीचे से धक्के मारने लगा। मैं ‘अहह्ह उफ्फ्फ्फ़ धीरे चोदो अह्ह्ह मम्मम्म… करने लगी। अब मुझे भी चुदने में मज़ा आने लगा था तो मैं भी अपनी गांड उछाल उछाल कर पूरा साथ दे रही थी। साहिल मुझे बहुत तेजी से चोद रहा था। मुझे लगा मैं झड़ने वाली हूँ तो मैंने साहिल से कहा- साहिल, मुझे तेज तेज चोद, मैं झड़ने वाली हूँ।

साहिल ने अपनी स्पीड और बढ़ा दी। अब मेरी चूत में हल्का सा दर्द भी होने लगा और मैं बोल रही थी- अह्ह ह्ह आह ह्ह्ह साहिल आराम से… उफ्फ!

फिर मेरी चूत से भी पानी निकल गया और मैं साहिल के ऊपर से उतरकर साइड में लेट गई। मगर साहिल अभी तक झड़ा नहीं था तो वो मुझे फिर से करने के लिए कहने लगा पर मैंने मना कर दिया और साहिल की तरफ अपनी गांड करके नंगी ही सोने लगी।

मगर थोड़ी देर बाद मुझे मेरी गाण्ड पर किसी का हाथ महसूस हुआ। मैं समझ गई कि यह हाथ साहिल का ही होगा। मगर जैसे ही मैंने मुड़कर पीछे देखा तो आयेशा मेरी गांड सहला रही थी।

मैंने उससे कहा- तू यह क्या कर रही है? तो वो बोली- आज मेरी पहली चुदाई में मुझे बहुत दर्द हुआ और तुझे बिलकुल दर्द नहीं हुआ यह तो गलत बात है ना?

फिर मैंने उसको कहा- तू कहना क्या चाहती है? तो वो बोली- जब मुझे इतना दर्द हुआ है तो तुझे भी तो थोड़ा दर्द होना चाहिए ना तभी तो मज़ा आएगा ना!

मैं कुछ समझ नहीं पा रही थी, मैं कुछ बोलने ही वाली थी कि आयेशा ने बीच मेरी बात काटकर कहा- तू मुझसे कितना प्यार करती है। और मेरे लिये क्या कर सकती है।

मैंने कहा- मेरी जान, मैं तुझसे और साहिल तुम दोनों से दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करती हूँ और तुम दोनों के लिए कुछ भी कर सकती हूँ।

तो वो बोली- आज मेरी तरह तू भी अपनी सुहागरात मना ले ना! मैंने उससे कहा- मैंने सुहागरात मना तो ली। वो बोली- देख, मेरी आज चूत की सुहागरात हुई, तू आज अपनी गांड की सुहागरात मना ले।

मैं समझ गई कि इसे साहिल ने ही भेजा है। मैंने उससे कहा- तू पागल हो गई है? तुझे पता है कि गांड मरवाने में कितना दर्द होता है? तो वो बोली- मेरी जान, दर्द में ही तो मज़ा है। फिर भी मैंने उसे मना कर दिया तो वो गुस्सा हो गई और बोली- तू मेरे लिए इतना नहीं कर सकती? मैंने कहा- मैं गांड नहीं मरवा सकती। तो वो साहिल से बोली- आज यह ऐसे नहीं मानेगी, तू आज इस साली की गांड का चोदन कर दे।

मैं आयेशा के मुंह से यह सुन कर हैरान परेशान हो गई और सोचने लगी कि यह लड़की बोल क्या रही है।

साहिल भी आयेशा की तरफ बहुत अचम्भे से देख रहा था तो आयेशा ने साहिल से कहा- अब देख क्या रहा है? गांड फाड़ इसकी! मैं देखती हूँ कि कैसे नहीं चुदती।

उसकी बात सुनकर मुझे डर भी लग रहा था और हँसी भी आ रही थी। मेरी हंसी देखकर वो दोनों भी हँसने लगे।

वो बोली- यार गांड मरवा ले ना! उसके बहुत मनाने के बाद मैं गांड मरवाने के लिए तैयार हो गई तो उन दोनों के चेहरे पर मुस्कराहट आ गई।

मगर फिर मैंने कहा- मेरी एक शर्त है।

तो वो दोनों बोले- तेरी जो भी शर्त हैं वो हमें मंजूर है। मैंने कहा- ठीक है, मैं शर्त बाद में बताऊँगी। फिर मैंने कहा- मुझे गांड मरवाने में बहुत डर लगता है इसलिए मेरी गांड आराम से मारना… अगर मुझे ज्यादा दर्द हुआ तो तुम दोनों की गांड फाड़ दूंगी।

मेरी इस बात पर वो दोनों हंसने लगे। साहिल मेरे पास आया और उसने मेरी गांड में अपनी जीभ डालकर मेरी गांड चाटनी शुरू कर दी और आयेशा मुझे किस कर रही थी और मेरे बूब्स दबा रही थी।

साहिल बीच बीच में मेरी चूत भी चाट रहा था। यह हिन्दी सेक्स कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

अब मैं मस्ती में साहिल का मुँह अपनी चूत में दबाने लगी। उसने मेरी गांड अपने थूक से पूरी गीली कर दी।

अब उसने मुझे सीधा लिटा कर मेरी दोनों टांगे मेरे सर की तरफ झुका दी जिससे मेरी गांड का छेद बिल्कुल उसके सामने आ गया। साहिल ने थोड़ी देर तक मेरी गांड का छेद को चाट चाट कर बहुत गीला कर दिया, फिर उसने अपना लंड आयेशा के मुंह में डाल दिया जिसे आयेशा ने पूरा गीला कर दिया।

अब साहिल का लंड मेरी गांड फाड़ने को बिल्कुल तैयार था। मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था।

साहिल ने अपना लंड का टोपा मेरी गांड के छेद पर लगाया और धीरे धीरे अंदर करने लगा।

अभी बस उसका टोपा ही अंदर गया था कि दर्द से मेरी चीख निकल गई- आआह्ह ह्ह्ह साले मादरचोद… मेरी गांड फाड़ तूने… बहनचोद छोड़ मुझे… वर्ना तेरी गांड फाड़ दूंगी।

मुझे बहुत दर्द हो रहा था ऐसा लग रहा था कि आज मेरा इस दुनिया में आखिरी दिन है। मेरा दर्द देखकर साहिल रुक गया मगर उसने अपना लंड नहीं निकाला था।

फिर आयेशा मेरे पास आई और उसने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी जिससे मेरी चीख बाहर न निकल सके। जब मेरा दर्द थोड़ा कम हो गया तो आयेशा ने साहिल को इशारा किया फिर साहिल ने एक झटके में पूरा लंड मेरी गांड में उतार दिया। मुझे लगा मैं मर गई मगर मैं बस बेहोश हो गई थी।

यह देखकर आयेशा की गांड फट गई, वो बहुत डर गई मुझे बेहोश देख कर! मगर साहिल ने उसे समझाया तो वो समझ गई।

फिर थोड़ी देर में जब मुझे होश आया तो साहिल ने धीरे धीरे झटके देने शुरू कर दिए।

मुझे अभी भी बहुत दर्द हो रहा था मैं उससे धीरे चोदने को कह रही थी मगर वो तो मुझे मशीन समझकर चोद रहा था।

थोड़ी देर चोदने के बाद मुझे भी मज़ा आने लगा अब मैं भी ‘आह्ह उफ्फ जानू आराम से… आआहह मेरी जान चोद मुझे आअह्ह्ह चोद मेरे चोदू…’ कहकर अपनी गांड उछाल उछाल कर उसके हर धक्के का जवाब दे रही थी।

अब आयेशा मेरी चूत चाटने के लिए मेरे साहिल के पास चली गई। अब मैंने नीचे लेटी हुई थी साहिल ने मेरी टांगें उठाई हुई थी और उसका लंड मेरी गांड में था।

आयेशा मेरी चूत चाट रही थी और उसके चूत मेरे मुंह पर थी तो मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया।

लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद साहिल के लंड ने पानी मेरी गांड में ही छोड़ दिया जिसे मैंने अपनी गांड में जाता हुआ महसूस किया।

उधर आयेशा भी मेरी चूत चाट रही थी तो मेरी चूत ने भी अपना पानी छोड़ दिया। साहिल तो मुझे चोदने के बाद जैसे बेहोश हो गया, वो तुरंत सो गया।

मगर आयेशा अभी तक नहीं झड़ी थी, वो अपनी चूत को मेरे मुंह पर मारने लगी। थोड़ी देर तक मैंने उसकी चूत में उंगली करी फिर वो भी झड़ गई और वो भी सो गई।

मगर मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा था तो मुझे नींद नहीं आ रही थी। मैंने इन दोनों से बदला लेने की सोची। मैं तुरंत उठकर अपनी अलमारी की तरफ गई और उसमें से अपना सामान निकाल लिया और वापस बेड पर आ गई।

मैंने देखा वो दोनों नंगे ही बेसुध सोये हुए हैं। तभी मैंने दोनों के चूतड़ों पर जोर से थप्पड़ मारा तो आयेशा तो उठ गई मगर साहिल नहीं उठा।

मैंने वहीं पास में रखी साहिल की जीन्स में से बेल्ट निकाल ली और जोर से साहिल के चूतड़ों पर दे मारी। साहिल बिलबिलाता हुआ उठा और बोला- साली, इतनी जोर से क्यूँ मारा बहन की लोड़ी?

यह देख कर आयेशा डर गई।

मैंने कहा- तुम दोनों अब मेरी शर्त पूरी करो वर्ना दोनों की गांड फाड़ दूंगी। साहिल बोला- बोलो क्या शर्त है?

मैंने कहा-अपनी आँख बंद कर! तो उसने अपनी आँख बंद कर ली फिर जैसे ही मैंने वो सामान निकाला, आयेशा की आँख फटी रह गई।

वो मुझसे इशारो में बोली- इसका क्या करोगी? तो मैंने कहा- बस तू देखती जा आज।

मैंने वो सामान साहिल के सामने रख दिया और उसको आँख खोलने को बोला।

जैसे ही उनसे वो सामान देखा तो वो शौक्ड हो गया मगर कुछ समझा नहीं। दरअसल वो एक 11 इंच का मोटा डिल्डो था।

वो बोला- इसका क्या करना है? तो मैंने कहा- देख, आज आयेशा की चूत का और मेरी गांड का उदघाटन हुआ, अब बस तू ही बचा है।

यह सुनकर साहिल की भयंकर वाली गांड फट गई, वो वहाँ से उठकर भागने को हुआ तो मैंने उसे पकड़ लिया फिर आयेशा भी बोली- हाँ भाई, शर्त तो पूरी करनी पड़ेगी।

साहिल बोला- तुम दोनों रंडियाँ पागल हो गई हो। इस पर हम दोनों एक साथ बोली- अगर तूने आज अपनी गांड नहीं मरवाई तो हम दोनों तुझे कभी चोदने नहीं देंगी।

साहिल ने थोड़ी देर तक सोचा फिर बोला- यार छोड़ दो न मुझे, इसमें मज़ा नहीं आएगा।

तो आयेशा बोली- तू चिंता मत कर हम दोनों को बहुत मज़ा आएगा। फिर हम दोनों हंस पड़ी।

मगर साहिल की डर की वजह से गांड फटी हुई थी। थोड़ी देर में उसे मानना पड़ा, वो बोला- साली धीरे से डालना, मेरी गांड फट गई तो तुम दोनों की माँ चोद दूंगा। रंडी बना दूंगा दोनों को। फिर मैंने उसकी सूखी हुई गांड पर डिल्डो लगा दिया तो वो तभी उछल गया और बोला- साली बहन की लोड़ी, पहले गांड के छेद को गीला तो कर ले।

यह सुनकर आईशा ने साहिल की गांड चाटी। फिर मैंने डिल्डो पर तेल लगाया और धीरे से साहिल की गांड में घुसाने लगी।

अभी मुश्किल से आधा इंच ही अंदर गया होगा कि साहिल चीख पड़ा- आआईई ईईईई मार डाला बहन की लोड़ी ने। साली तेरी माँ चोद दूंगा अब आआह्ह ह्ह्हह!

तो आईशा आगे जाकर उसे किस करने लगी, मैंने एक झटके में आधा डिल्डो उसकी गांड में डाल दिया। तभी उसकी गांड से हल्का सा खून आने लगा। वो बहुत तड़प रहा था, उसने डिल्डो अपनी गांड से बाहर निकाल दिया।

मैंने देखा तो डिल्डो पर खून लगा था। साहिल तुरंत ही बाथरूम में गया और अपनी गांड में ठंडा पानी डालने लगा।

यह देखकर हम दोनों बहुत खुश होने लगी।

थोड़ी देर बाद साहिल वापस आया तो वो बहुत गुस्से में था तो हमने उसे कुछ बोलना ठीक नहीं समझा। थोड़ी देर में हम तीनों सो गए।

लेकिन अगली सुबह…

कहानी जारी रहेगी। अपना प्यार ऐसे ही मेल के जरिये मुझे भेजते रहिये। धन्यवाद। आपकी फेहमिना [email protected]