बेशर्म स्कूल गर्ल की चुत चुदाई की सेक्स स्टोरी

यह मेरे पहले सम्भोग के अनुभव की सेक्स स्टोरी है, जो एक सच्ची घटना है।

बात करीब डेढ़ साल पहले की है, जब मैं नेपाल में रहता था, वहाँ पर मैं 12वीं में पढ़ता था। वहाँ पर मेरे बहुत दोस्त थे, इसलिए जब मर्जी किसी के भी घर पर चला जाता, कोई कुछ नहीं बोलने वाला था।

मैं अपनी क्लास में स्टडी में टॉप रहने वाला लड़का था। तब मेरी एक फ्रेंड थी.. जिसका नाम शबाना था। एक दिन उसने मुझसे एग्जाम के लिए मदद के लिए कहा। मैंने हाँ कह दिया क्योंकि वो मेरी अच्छी फ्रेंड थी.. इसलिए मैंने इंकार नहीं किया।

वो पढ़ाई के लिए मुझे अपने घर पर ही बुलाने लगी। एग्जाम के एक महीने पहले ही उसने मुझे बुलाया था, समय कम बचा था इसलिए मैं उसी दिन से उसके घर पर जाकर उसे पढ़ाई में मदद करने लगा।

तीन दिन बाद जब मैं उसे गणित विषय पढ़ा रहा था, तो अचानक उसने उठकर अपने बेडरूम का दरवाजा बंद कर दिया।

मैंने कुछ नहीं बोला, फिर थोड़ी देर बाद उसने कहा- बहुत गर्मी हो रही है। मैंने मजाक में बोल दिया- गर्मी है तो कपड़े उतार दो। उस साली ने सच में अपने कपड़े उतार दिए, उसने जरा भी कुछ शर्म नहीं की।

हम दोनों की फ्रेंडशिप के बीच कुछ साथ पढ़ने वाले दोस्त भी थे। हम सभी हमेशा एक-दूसरे से कुछ नहीं छुपाते थे.. आपस में सब कुछ शेयर कर लेते थे। मुझे लगा शायद इसी वजह से उसने मेरे सामने कोई पर्दा नहीं किया है।

जब उसने टी-शर्ट उतारी.. तो मैं उसे देखता ही रह गया। हालांकि उसने अन्दर ब्रा पहन रखी थी, तब भी उसके चूचे बहुत बड़े थे, जो उसकी ब्रा में फंसे से दिख रहे थे। मैं उसकी गोरी और भरी हुई चूचियों की तरफ ही देखता रह गया।

फिर वो बोली- क्या देख रहा है.. कभी किसी के देखे नहीं क्या? मैं बिना कुछ बोले ही वापस पढ़ाई पर लग गया।

फिर थोड़ी देर बाद उसने अचानक पूछ लिया- तुमने कभी सेक्स किया है? मैंने शर्माकर जवाब दिया- नहीं.. और तुमने? उसने भी जवाब दिया- नहीं.. तुम्हारा कितना बड़ा है.. क्या मेरे अन्दर घुस पाएगा?

मैंने उसकी बिंदास बात सुनी तो मेरा खड़ा होने लगा, तब भी मैंने बात टालने की कोशिश करते हुए बोला- नहीं घुसेगा, चलो अपना पढ़ाई करो। थोड़ी देर बाद उसने कहा- क्या तुम्हारा लंड छोटा है.. इसलिए छुपाना चाह रहे हो?

मुझे गुस्सा आ गया और मैंने अपना पैंट खोलकर अपना लंड दिखा दिया। मेरे लम्बे और मोटे लंड को देखकर वो पागल की तरह लंड को पकड़ कर हिलाने में लग गई।

फिर क्या था, मैंने भी उसकी ब्रा उतार कर उसके मम्मों को जोर-जोर से मसलना चालू कर दिया। उसे बहुत मजा आने लगा, मैं भी उसके गुलाबी होंठों को चूसने लग गया। तभी उसने मेरे मुँह में अपना जीभ घुसा दी।

मैं भी उसकी जीभ को बहुत प्यार से चूसने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने उसके सारे कपड़े उतार कर उसे नंगा कर दिया और उसकी वो गुलाबी चुत, जिस पर थोड़े-थोड़े रेशमी बाल उगे थे, उसे अपनी उंगलियों से छेड़ने लगा।

जब उसने मुझे बोल दिया- प्लीज़ मेरी चुत के अन्दर आज तू अपना लंड पेल दे। तभी मैंने अपना मोटा लंड अपने हाथों से हिलाते हुए उसे लिटा दिया और उसकी चुत में लंड पेलना शुरू कर दिया।

जैसे ही मैंने सुपारा फंसा कर चुत में एक तेज धक्का मारा.. मेरा आधा लंड सट से घुस गया.. पर एक कुंवारी चुत में एक ही बार में इतना लंबा लंड बहुत मुश्किल से घुस पाता है, लेकिन वो तो मजा ले रही थी।

मैंने यह बात उससे पूछी तो उसने जवाब दिया- मैं हर रात अपनी चुत में उंगली करती हूँ.. शायद इसलिए जल्दी ही घुस गया। फिर मैंने लंड बाहर निकाल कर फिर अन्दर डाला तो वो दर्द से चिल्ला उठी- प्लीज मुझे छोड़ दो..

पर मैंने अनसुना कर दिया और फिर उसकी चुत में एक और तेज धक्का दे दिया। वो फिर से चिल्लाई, पर मैं बार-बार अन्दर-बाहर करने लगा।

थोड़ी देर बाद मैंने अपना रफ़्तार बढ़ा दी। अब वो भी अब शांत होकर लंड के मजे लेने लग गई और सीत्कार करने लगी। मैं उसकी दोनों चूचियों को पकड़ कर जोर-जोर से मसल रहा था और चुत में तेज रफ़्तार से लंड पेले जा रहा था।

फिर मैंने अपने लंड को उसकी चुत के अन्दर उसकी बच्चेदानी तक पेलकर चोदना रोक दिया और उसकी दोनों 30 साइज़ वाली चूचियां चूसने लगा। उसकी आग भड़क गई और वो बहुत मजे लेकर मुझे अपने थन चुसवाने लगी।

फिर मैंने उसकी चुत में से अपना लंड निकाल लिया और उसे उल्टा घोड़ी बना कर उसकी गांड में पेलना चाहा, पर मेरा लंड उसकी गांड में अन्दर ही नहीं जा रहा था।

फिर वो उठ कर ड्रेसिंग टेबल पर रखी हुई तेल की शीशी ले आई और मेरे लंड पर तेल लगा कर मालिश करने लगी। अब मैंने उसकी गांड में अपना चिकना लंड टिकाया और सुपारे को फंसा कर पूरे जोर के साथ लंड घुसेड़ दिया, वो साली दर्द से चिल्ला पड़ी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’

मैं उसकी चिल्ल-पों को नजरअंदाज करते हुए जोर-जोर से उसकी गांड को चोदता रहा। मुझे उसकी गांड मारने में बड़ा मजा आ रहा था, क्योंकि यह मेरा पहला सेक्स था।

दस मिनट तक गांड को चोदने के बाद फिर से उसकी चुत में लंड पेल कर तेज रफ़्तार से चुत को चोदना चालू कर दिया। वो भी आँखें बन्द करके पूरे मजे ले रही थी। देर तक उसे चोदने के बाद मैंने सारा माल उसकी चुत में ही गिरा दिया। अब तक वो भी झड़ चुकी थी।

उसके बाद में उसके चूचियों को दबाते-दबाते उसके ऊपर लेट गया। करीब 10 मिनट तक हम ऐसे ही रहे। उसके बाद शबाना फिर से मेरे लंड पकड़ कर सहलाने लगी, मैं समझ गया कि इसे फिर से चुदना है।

वो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। मैं भी उसके मुँह को चुत समझ कर चोदने लगा, मैं पूरा का पूरा लंड उसके मुँह में घुसेड़ देता था.. तब वो ‘आह..उह्ह..’ करने लगती थी।

कुछ मिनट तक लंड चूसने के बाद फिर से मेरा वीर्य उसके मुँह में ही झड़ गया। उसने कुछ मुँह से बाहर उगल दिया तो कुछ मुँह में ही ले लिया।

फिर थोड़ी देर बाद वापस कपड़े पहन कर हम दोनों अपनी पढ़ाई करने लगे। इसके बाद जब भी मैं पढ़ाई करने के लिए उसके घर जाता था, तो पहले हम दोनों सेक्स करते थे, फिर पढ़ाई करते थे।

आपको मेरी ये सेक्स स्टोरी कैसी लगी प्लीज़ मुझे ईमल लिखिएगा। [email protected]